Friday, November 19, 2010

जेएनयू का सुनहरा इतिहास अनूठी, जिंदादिल संस्कृति का रहा है | उसके प्रशंसक भले ही पुरानी कीर्ती में ही खुश होना चाहें लेकिन यह देख कर तकलीफ होती है कि संस्थान समय के साथ जड़ होता जा रहा है |

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